Monsoon 

मानसून शब्द अरबी भाषा के मौसिन शब्द से बना है जिसका अर्थ ऋतु होता है

यह पृथ्वी की सतह पर हवा की दिशा का मौसम है जो भूमि  महासागरों के अंतर ताप और पृथ्वी के घूमने के कारण होता है

मानसूनी हवा ठंडे से गर्म क्षेत्र की ओर चलती है क्योंकि ठंडी हवा गर्म हवा की तुलना में अधिक जगह लेती है

मानसूनी हवा शीतकाल में भूमि से समुद्र की ओर तथा गर्मियों में समुद्र से भूमि की ओर चलती है

मानसून हवा को समुद्री हवा के रूप में माना जा सकता है क्योंकि भूमि के ऊपर की हवा तेजी से चलती  है और समुद्र के ऊपर हवा  कम दबाव पर उच्च तापमान तक पहुंच जाती है, यह हवा को समुद्र से जमीन के ऊपर चलने  के लिए  दवाब करती है

यह मानसून दो प्रकार के होते है 

1.दक्षिण पश्चिम मानसून

2.उत्तर पूर्व मानसून


1.दक्षिण पश्चिम मानसून

भारत में 75% अधिक वर्षा किस मानसून से होती है इसलिए इसको वर्षा का मानसून कहते हैं

पश्चिम मानसून भारत में 1 जून को केरल के तट पर प्रवेश करता है इसी मानसून से तमिलनाडु के पूर्वी घाट को छोड़कर समस्त भारत में वर्षा होती है

यह हवा दो भागों में विभाजित होती है अरब सागर शाखा और बंगाल की खाड़ी शाखा अरब सागर शाखा सबसे पहले केरल के तटीय क्षेत्रों के पश्चिमी घाटों में वर्षा करवाती है

इसलिए केरल दक्षिण पश्चिम मानसून से वर्षा  करवाने  वाला पहला भारत का राज्य है

फिर यह पश्चिमी घाट के पश्चिम में पश्चिमी घाटों के साथ उत्तर की ओर बढ़ता है

बंगाल की खाड़ी की शाखा उत्तर पूर्व भारत की ओर बंगाल की खाड़ी के ऊपर से बहती है और पूर्वी हिमालय में बंगाल की ओर वर्षा होती है, उसके बाद भारत गंगा के मैदान के ऊपर पश्चिम की ओर हवाएं चलती हैं, ये दोनों शाखाएँ कभी-कभी दिल्ली के पास टकराती हैं।

2.उत्तरी पूर्वी मानसून

शीतकालीन मानसून या पीछे हटने वाला मानसून के रूप में भी जाना जाता है

यह दिसंबर से मार्च की शुरुआत तक होता है

इस मानसून को पुनः चक्रवर्ती वर्षा भी कहते हैं यह देश के दक्षिण भाग तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश में वर्षा करवाता है

 यह मानसून जम्मू कश्मीर तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के दक्षिण भाग से वर्षा करवाता है

पश्चिमी विक्षोभ

अक्टूबर से मार्च तक पश्चिमी वितरण यह ईरान के माध्यम से भारत में प्रवेश करता है ओर  अफगानिस्तान पाकिस्तान उत्तरी भारत और असम में चलता है  देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में बारिश करवाते  हैं स्थानीय रूप से  रूप में मावठ कहते है जो रबी की  फसल के लिए फायदेमंद है

चक्रवाती वर्षा

देश के तटीय क्षेत्र में पूर्व मानसून अवधि के दौरान अप्रैल से जून और मानसून के बाद अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में होती है  भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत की सामान्य तिथि 15 जुलाई तक का पहला क्षेत्र  हैं जो पूरे देश को कवर करता है

विश्व की औसत वार्षिक वर्षा 1000 मिमी भारत की 1194 मिमी और राजस्थान 574 मिमी . है

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