किसान के द्वारा समय-समय पर गेहूं की खेती में सिंचाई करने के बावजूद भी गेंहू की फसल मे हरापन के बजाय हल्का पीलापन आ जाता है तो ऐसी स्थिति में किसान सोचते हैं कि मेरे गेहूं के खेत में कोई बीमारी लगी है जिस कारण किसान उस पीलेपन वाले क्षेत्र में ज्यादा पानी देते है जो कि पूर्णतया गलत है।
जी हां दोस्तों गेहूं में अत्यधिक पानी देने से ही खेत में हरापन नहीं रहता और गेहूं की पत्तियों पर पीलापन होने लगता है क्योंकि गेहूं के पौधे को एक साथ अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती है।
अभी बरसात के कारण पूरे खेत में नमी बनी रहती है जिस कारण गेहूं के पौधों को पानी मिल जाता है ।
यह कोई बीमारी नहीं होती खेत में अधिक पानी की मात्रा होने से पत्तियों का रंग पीला हो जाता है जो की वापस नमी कम होने पर गहरा हरा हो जाएगा।
किसान भाइयों आपने देखा होगा कि गेहूं की खेती के लिए जो क्यारी बनाते हैं उनका आकार छोटा रखा जाता है ताकि क्यारी को भरने में कम समय लगे और कम समय में क्यारी पूरे बराबर मात्रा में पानी से भर जाए जिससे क्यारी के किसी भाग में अधिक पानी या अधिक नमी से पौधों में पीलापन नजर नहीं आए।
Zn भी डालना फायदेमंद होता है
ReplyDeletePost a Comment