कृषि से संबंधित एंड्राइड ऐप
मेघदूत ऐप
इस एप को भारत मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है ।
यह एप्लीकेशन स्थान फसल और पशुधन विशिष्ट मौसम संबंधी कृषि सलाह प्रदान करेगा ।
यह एप्लीकेशन तापमान वर्षा, आर्दता और हवा की गति व दिशा से संबंधित पूर्वानुमान प्रदान करता है।
यह किसानों को उनकी फसलों और पशुओं की देखभाल करने के तरीके पर व कृषि कार्यों संबंधी महत्वपूर्ण सलाह प्रदान करने में भूमिका निभाता है।
इस एप्लीकेशन में जानकारी सप्ताह में दो बार अपडेट की जाएगी।
एग्री मार्केट व फसल बीमा मोबाइल ऐप
यह एप कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह द्वारा लांच किए गए है।
यह एक कृषि मंत्रालय के इन-हाउस आईटी डिवीजन द्वारा बनाया गया है।
इस ऐप के माध्यम से किसान फसल बीमा कवर से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और क्षेत्र व ऋण राशि के आधार पर अधिसूचित फसलों की प्रीमियम की भी गणना कर सकते हैं।
इससे किसान किसी भी अधिसूचित क्षेत्र में सामान्य बीमा राशि, विस्तारित बीमा राशि और किसी भी अधिसूचित फसल की सब्सिडी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एग्री मार्केट
यह किसानों को फसल की कीमतों के बराबर रखने और संकर बिक्री के लिए उन्हें हतोत्साहित करने के उद्देश्य से बनाया गया है ।
इस ऐप का प्रयोग करके किसान 50 किलोमीटर के भीतर बाजारों में फसलों की कीमतों से संबंधित जानकारी मिल सकती है
सीड हब
इस एप को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने लांच किया है ।
इस ऐप में देशभर के सीड हब के बारे में भी बताया गया है ।
इसके तहत देश भर में फैले 150 सीड हब की जानकारी प्रदान कर सकते हैं ।
इस ऐप के माध्यम से वैज्ञानिक किसानों को कोई वैरायटी का बीज देकर अपने गाइडलाइन में किसानों से खेती करवा सकते हैं।
जिससे किसानों को लाभ मिलता है।
खेती का वैज्ञानिक डेमोस्ट्रेशन
इस ऐप के माध्यम से किसानों को अपने क्षेत्र में वैज्ञानिक खेती के डेमोस्ट्रेशन का पता चलेगा
इस एप से किसानों को पता चलेगा कि उस उनके आस पास कहा वैज्ञानिक खेती होती है।
यह भारत सरकार द्वारा लांच किया गया है।
मीनी किट डिस्ट्रीब्यूशन
यह ऐप कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर द्वारा लांच किया गया है।
इस एप्लीकेशन के माध्यम से किसान बीज व अच्छी खाद के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस ऐप के माध्यम से सरकार द्वारा दिए गए बीज व खाद की जानकारी प्राप्त होगी तथा वह बीज व खाद कब और कहां दिए जाएंगे वह भी जानकारी प्राप्त होगी।
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