राजस्थान की प्रमुख दलहनी फसल चना है।



सामान्यत: चने की फसल में विभिन्न खरपतवारों के कारण पैदावार में 40 से 50 प्रतिशत तक कमी आती है।
फसल की पैदावार में कमी के साथ फसलों की गुणवत्ता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकी इसकी अधिकता से पौधों को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलता और पौधे कमजोर हो जाते हैं।
🍀चने की खेती में गाजरी, प्याजी,  मोथा, बथुआ, सेंजी आदि प्रमुख हैं।


किसी भी फसल में सभी प्रकार के खरपतवार को हटाने के लिए सबसे पहले तो खेत में समय-समय पर निराई गुड़ाई करनी चाहिए।

खेत में खरपतवार को निकलने से रोकने के लिए बुवाई के 1 से 3 दिन के अंदर प्रति एकड़ खेत में 200 लीटर पानी में 700 मिलीलीटर पेंडीमेथिलीन 38.7 प्रतिशत सी.एस मिला कर छिड़काव करना चाहिए।
इसके अलावा बुवाई के 2-3 दिन के अंदर प्रति एकड़ खेत में 200 ग्राम एट्राजिन एंव बैसालीन का छिड़काव करना चाहिए।

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