*मुंगफली खेती री बाता* *1. खेत की तैयारी :- प्लाऊ से गहरी जुताई कर, पाटा लगावें।
*2. उन्नत क़िस्में :- HNG-10, HNG 69, HNG 123, चंद्रा, M-13, RG-425, RG-510
*3. बुवाई का समय :- बुवाई का उपयुक्त समय जून के प्रथम सप्ताह हैं, लेकिन कुछ किसान अगेती बुवाई 15 मई से प्रारंभ कर सकतें हैं।।
*4. बीज दर :- उन्नत किस्म का 100-120 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर डालें।
*5. बीजोपचार :- किसान भाई बीज का उपचार FIR विधि से करें, सर्वप्रथम फफूंदनाशक थायरम 2 ग्राम या प्रोपेकोनाजोल 2 ml प्रति किलो बीज की दर से उपचार करें, बाद में कीटनाशक क्लोरोपायरिफॉस 20 EC 4 ml या इमिडाकलोपरायड 17.8 SL 2.0 ml या क्लोथाईलिडिन 2 ग्राम प्रति किलो बीज के हिसाब से उपचार करें, अंत मे 600 ग्राम राइजोबियम व PSB कल्चर को गुड़ में घोलकर उपचारित करें।
*6. उर्वरक :- मुंगफली की बिजाई से पहले 11 किलो यूरिया, 20 किलो DAP(50 किलो सिंगल सुपर फॉस्फेट) व 75 किलो जिप्सम प्रति बीघा के हिसाब डाले।
*7. खरपतवार नियंत्रण :- जहाँ तक संभव हो तो निनाण हाथ से ही निकालना चाहिए, ऐसा सम्भव नहीं हो तो फसल बुवाई के 20-25 दिन बाद संकरी पत्ती वाले खरपतवार के लिए क्युजोलफोस इथाइल 5 % 250 ml दवा प्रति बीघा के हिसाब से पानी मे घोल कर छिड़काव करे। फसल बुवाई के तुरंत बाद अंकुरण से पूर्व पेंडामेथिलीन 30 EC की 200 ml मात्रा प्रति बीघा के हिसाब से छिड़काव करे।।
8. *सिंचाई :- मुंगफली की फसल में प्रथम सिंचाई बुवाई के 20-25 दिन बाद करें।।
*9. रोग - किट नियंत्रण :-. खड़ी फसल में दीमक की रोकथाम के लिए क्लोरोपायरिफॉस 20 EC 1 लीटर मात्रा प्रति बीघा या इमिडाक्लोप्राइड 17.8 SL 400 ML प्रति बीघा सिंचाई जल के साथ देवें।
10 *सफेद लट (गोजा लट)* नियंत्रण के लिए जमीन में क्युनाल्फोस 500 मिली या फोरेट 5 किलो प्रति बीघा देवें।
*काली जड़* की रोकथाम हेतु 10 किलो ट्राईकोडर्मा को 400 किलो सड़ी-गली गोबर की खाद में मिलाकर नमी बनाकर ७-१०दिन रखें व बिजाई से पूर्व एक हैक्टर भूमि मैं मिलाकर बिजाई करैं.

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