नमस्कार किसान भाइयों
हम जानेंगे कि हमारे खेत की मृदा की जांच कैसे करवाई जाती है जी हां किसान भाई मृदा की जांच करवा कर मृदा का स्वास्थ्य पता कि जाता है ताकि उस मृदा में कौन से पोषक तत्व है जिस कारण हम खेत में उपयुक्त फसल उत्पादन ले सकते हैं।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम 19 फरवरी 2015 को सूरतगढ़ श्री गंगानगर राजस्थान में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रारंभ हुई। राजस्थान में खेतों का आकार बहुत छोटा है और सामान्य किसान खेतों में बिना किसी निश्चित मात्रा के खाद उर्वरक का छिड़काव करते है जिस कारण मृदा को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते और यही कारण है कि अच्छा और उत्पादन प्राप्त नहीं कर पाते हैं।
स्वस्थ धरा खेत हरा इस थीम पर इस मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम को प्रारंभ किया गया था।
मृदा स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए किसान भाइयों को अपने खेत से 8 से 10 जगह से मृदा सैंपल लेना होता है और इन सैंपल को एक साथ रखकर 500 ग्राम मृदा को किसी प्लास्टिक थैली में डालकर उस पर किसान का नाम, खसरा संख्या ग्राम पंचायत का नाम आदि जानकारी लिखकर कृषि कार्यालय में भेज देनी चाहिए।
कृषि कार्यालय में विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा मृदा सैंपल की जांच की जाती है एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर विभिन्न प्रकार के पैरामीटर के सामने उस मृदा में पाई गई मात्रा को दर्शाता है एवं उस मृदा के अनुसार उपयुक्त फसल एवं फसलों में दी जाने वाली खाद्य उर्वरक की मात्रा को भी लिखते हैं ताकि किसानों को कम लागत में अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सके।
मृदा जांच में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश सल्फर ,जिंक ,लोहा ,तांबा ,मैंगनीज ,बोरोन इन पोषक तत्वों की मात्रा का पता करते है जिस कारण जिस पोषक तत्वों की कमी होती है केवल उसी पोषक तत्व की पूर्ति की जाती है।
इन पोषक तत्वों की मात्रा के साथ-साथ मृदा में उपस्थित विद्युत चालकता, पीएच और जैविक कार्बन की मात्रा को भी स्पष्ट किया जाता है।
सामान्यत हर जिला स्तर पर कृषि कार्यालय में मृदा जांच प्रयोगशाला होती है और अभी तहसील स्तर पर भी के जगह मृदा जांच प्रयोगशाला स्थापित हो चुकी है।
किसान भाइयों के द्वारा मृदा जांच का नमूना देने के कुछ दिनों पश्चात उस जांच का रिपोर्ट कार्ड और मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसान भाइयों के पास पहुंच जाता है।
राजस्थान की मृदा में सामान्यतः जिंक और लोहे पोषक तत्व की कमी पाई जाती है।
इस प्रकार किसान भाइयों को मृदा का स्वास्थ्य जांच करवाना अति आवश्यक होता है क्योंकि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार किसान भाई अपने खेत में कम लागत में अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और मृदा को विभिन्न प्रकार के जहरों से सुरक्षित रख सकते हैं।
Post a Comment